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Sukhmall Bakliwal
Индия
Добавлен 16 фев 2009
णमोकार महामंत्र
णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं।
णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं। यह नमस्कार महामंत्र सर्वोत्कृष्ट मंत्र है, मंत्राधिराज है। नमस्कार महामंत्र सर्वदा सिद्ध मंत्र है। इसमें समस्त रिद्धियां और सिद्धियां विद्यमान हैं।
णमोकार महामंत्र को जैन धर्म का परम पवित्र और अनादि मूल मंत्र माना जाता है। इसमें किसी व्यक्ति का नहीं, किंतु संपूर्ण रूप से विकसित और विकासमान विशुद्ध आत्मस्वरूप का ही दर्शन, स्मरण, चिंतन, ध्यान एवं अनुभव किया जाता है।
णमोकार मन्त्र जैन धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मन्त्र है। इसे 'नवकार मन्त्र', 'नमस्कार मन्त्र' या 'पंच परमेष्ठि नमस्कार' भी कहा जाता है। इस मन्त्र मे...
णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं। यह नमस्कार महामंत्र सर्वोत्कृष्ट मंत्र है, मंत्राधिराज है। नमस्कार महामंत्र सर्वदा सिद्ध मंत्र है। इसमें समस्त रिद्धियां और सिद्धियां विद्यमान हैं।
णमोकार महामंत्र को जैन धर्म का परम पवित्र और अनादि मूल मंत्र माना जाता है। इसमें किसी व्यक्ति का नहीं, किंतु संपूर्ण रूप से विकसित और विकासमान विशुद्ध आत्मस्वरूप का ही दर्शन, स्मरण, चिंतन, ध्यान एवं अनुभव किया जाता है।
णमोकार मन्त्र जैन धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मन्त्र है। इसे 'नवकार मन्त्र', 'नमस्कार मन्त्र' या 'पंच परमेष्ठि नमस्कार' भी कहा जाता है। इस मन्त्र मे...
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ALOCHANA PATH आलोचना पाठ श्री १०५ पूर्णमति माताजी द्वारा
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प्रस्तुति परम पूज्य आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज की शिष्या आर्यिकारत्न श्री १०५ पूर्णमति माताजी द्वारा आलोचना पाठ दोहा बंदों पाँचों परम-गुरु , चौबीसों जिनराज । करूँ शुद्ध आलोचना , शुद्धिकरण के काज॥१॥ सखी छन्द सुनिये जिन अरज हमारी , हम दोष किये अतिभारी । तिनकी अब निर्वृति काज , तुम सरन लही जिनराज ॥ इक-वे-ते-चउ इंद्री वा , मन - रहित सहित जै जीवा । तिनकी नहिं करुणा धारी , निरदइ हवै घात विच...
NIRVANKAND PAATH निर्वाणकाण्ड भाषा प्रस्तुति आर्यिकारत्न श्री १०५ पूर्णमति माताजी द्वारा
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निर्वाणकाण्ड भाषा प्रस्तुति परम पूज्य आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज की शिष्या आर्यिकारत्न श्री १०५ पूर्णमति माताजी द्वारा श्री आदिनाथ भगवान की जय आचार्य श्री गुरुवर विद्यासागर जी महाराज की जय वीतराग वंदौं सदा, भावसहित सिरनाय। कहुँ काँड निर्वाण की भाषा सुगम बनाय॥ अष्टापद आदीश्वर स्वामी, वासु पूज्य चंपापुरनामी। नेमिनाथस्वामी गिरनार वंदो, भाव भगति उरधार ॥१॥ चरम तीर्थंकर चरम शरीर, पावापुरी स...
गहरी नदियां दूर किनारे
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पुर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। गहरी नदियां दूर किनारे पथ एकाकी आप सहारे प्रभु जी तुमसे आश लगायें कब से खड़े है द्वार तिहारे गहरी नदियां दूर किनारे पथ एकाकी आप सहारे प्रभु जी तुमसे आश लगायें कब से खड़े है द्वार तिहारे गहरी नदियां दूर किनारे कर्मों की गलियों में देखा पा...
तुझमें ही दर्शन ज्ञान है तु अनन्त गुण की खान है
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। तुझमें ही दर्शन ज्ञान है तुझमें ही दर्शन ज्ञान है तू अनन्त गुण की खान है अहो चेतना अब चेत जा अब चेत जा अहो चेतना तुझमें ही दर्शन ज्ञान है तु अनन्त गुण की खान है अहो चेतना अब चेत जा अब चेत जा अहो चेतना तुझमें ही दर्शन ज्ञान है तू अनन्त गु...
जिनवाणी का कहना है आत्म सुख का झरना है
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। जिनवाणी का कहना है आत्म सु का झरना है शाश्वत आनंद पाना है तो अंतर दृष्टि करना है जिनवाणी का कहना है शुद्ध नहीं हो पाया तो तू सिद्धो की भक्ति करता चल । शुद्ध नहीं हो पाया तो तू सिद्धो की भक्ति करता चल राग करें या द्वेष कोई समता रस को पीता...
जैसे तैसे जिन्दगी जीते रहें
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। जैसे तैसे जिन्दगी जीते रहें जैसे तैसे जिन्दगी जीते रहें ज्ञान बिन भव-भव भ्रमण करते रहें जैसे तैसे जिन्दगी जीते रहें ज्ञान बिन भव भव भ्रमण करते रहें जैसे तैसे जिन्दगी जीते रहें सिद्ध पद पाने की उम्मीदें लिये सिद्ध पद पाने की उम्मीदें लिये...
राग पर से जो किया तुमने तो क्या पाओगे
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। राग पर से जो किया तुमने तो क्या पाओगे राग पर से जो किया तुमने तो क्या पाओगे कर्मों के वन में तुम युं ही भटक जाओगे ! राग पर से जो किया तुमने तो क्या पाओगे क्युं स्वयं को ही हम युं परेशान करें अपने ही ज्ञान से क्युं पर की पहचान करें ज्ञान ...
मेरी श्रद्धा ने चुना है तुमको दुनियां देखकरतुमको पुजा तुमको ध्याया भाया दर्श किया जब तेरा गुरूवर
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। तुमको पुजा तुमको ध्याया दर्श किया जब तेरा गुरूवर कोई नहीं फीर भाया तेरी शरण में आया तेरी शरण में आया तेरी भक्ति में अनन्त सु समाया है अपने में ही अपना परमात्मा नजर आया है मेरी श्रद्धा ने चुना है तुमको दुनियां देखकर मेरी श्रद्धा ने चुना ह...
तेरा सुख तुझमें ही रहा ऐसा श्री जिनवर ने कहा
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पुर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। तेरा सु तुझमें ही रहा ऐसा श्री जिनवर ने कहा तेरा सु तुझमें ही रहा ऐसा श्री जिनवर ने कहा आ निज में आ ओ मेरी चेतना आ निज में आ ओ मेरी चेतना अवसर अपुर्व आया प्रभुवर की मान लें अब भेद ज्ञान करके आत्म को जान लें अवसर अपुर्व आया प्रभुवर की मान...
चलो मेरे आत्म प्रदेश
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। चलो मेरे आत्म प्रदेश ओ चलो मेरे आत्म प्रदेश- सिद्धो का है जहां देश चलो अब वहां चलें- चलो मेरे आत्म प्रदेश- सिद्धो का है जहां देश चलो अब वहां चलें चलो मेरे आत्म प्रदेश- सिद्धो का है जहां देश चलो अब वहां चलें चलो अब वहां चलें छोड़ो संसारी ...
हे चेतन चेत जा अब तो
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। हे चेतन चेत जा अब तो न अपना मान तू पर को निर्विकल्प हो जा तू अंतर में ही खो जा तू हे चेतन चेत जा अब तो न अपना मान तू पर को निर्विकल्प हो जा तू अंतर में ही खो जा तू आत्म परमात्म आत्म परमात्म हे चेतन चेत जा अब तो न अपना मान तू पर को निर्वि...
हर पल गुरु की याद मुझे आती है
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परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज महाराज की असीम अनुकम्पा से आर्यिका रत्न श्री पूर्ण मति माताजी द्वारा रचित अध्यात्मिक भजनमाला प्रस्तुत है। हर पल गुरु की याद मुझे आती है हर पल गुरु की याद मुझे आती है दर्शन की ही आश मुझे रहती है हर पल गुरु की याद मुझे आती है हर एक कण कण में गुरु मुरत दिखती है कुछ काम करु वोही सुरत झलकती है वह रात सपनों में दर्शन दे जाते हैं जब आं खुलती हैं ये...
हम पा गयें गुरु शरण अब कहां जायें, श्री १०५ आर्यिका रत्न श्री पुर्णमति माताजी द्वारा रचित।
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गुणों की पूर्णता : आर्यिका श्री १०५ पूर्णमति माताजी पूज्य माताजी का जन्म राजस्थान के बागड़ प्रान्त में डूंगरपुर की पावन वसुन्धरा पर दिनाक १४ मई १९६४ को हुआ था । आपके माता - पिता का नाम दिगम्बर जैन श्रेष्ठी श्री अमृतलाल जी जैन तथा श्राविका श्रीमती रुक्मणी देवी जी था । प्रारम्भ से ही अपनी वाणी में वीणा के तार झंकृत हाने के कारण माता पिता न आपका सार्थक नाम 'वीणा' रखा । आपने आजीवन ब्रहमचर्य व्रत ग्...
नवकार महामंत्र ,Om Namo Arihantanam, १०५ पूर्णमति माताजी
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नवकार महामंत्र ,Om Namo Arihantanam, १०५ पूर्णमति माताजी
MERE MANN BHAYI TERI DIVYA मेरे मन भायी मेरे मन भायी तेरी दिव्य छवि
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MERE MANN BHAYI TERI DIVYA मेरे मन भायी मेरे मन भायी तेरी दिव्य छवि
अब तो ए आतम श्री १०५ आर्यिका रत्न श्री पुर्णमति माताजी द्वारा रचित Ab to hey aatam
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अब तो ए आतम श्री १०५ आर्यिका रत्न श्री पुर्णमति माताजी द्वारा रचित Ab to hey aatam
आ तुझे अंतर में शांति मिलेगी Aa tujhe antar mein shanti milegi
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आ तुझे अंतर में शांति मिलेगी Aa tujhe antar mein shanti milegi
क्यों सुख स्वरूप होके भी परेशान हो गए Kyun sukh swaroop ho ke bhi
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क्यों सु स्वरूप होके भी परेशान हो गए Kyun sukh swaroop ho ke bhi
आपने शिवपद को पाकर दे दिया सत् पथ मुझे Aapne shiv pad ko pakar
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आपने शिवपद को पाकर दे दिया सत् पथ मुझे Aapne shiv pad ko pakar
तोड़ दे सारे बंधन सदा के लिए यह मुश्किल नहीं आत्मा के लिए श्री आर्यिका पुर्णमति माताजी द्वारा रचित
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तोड़ दे सारे बंधन सदा के लिए यह मुश्किल नहीं आत्मा के लिए श्री आर्यिका पुर्णमति माताजी द्वारा रचित
हे आतम आनंद धन जरा देख ले अपने अंतर में--- तू ही है स्वयं भगवन----- Hey aatam anand
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हे आतम आनंद धन जरा दे ले अपने अंतर में तू ही है स्वयं भगवन Hey aatam anand
अथ शांतिधारा गुरूवर आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज
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अथ शांतिधारा गुरूवर आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज
अथ वृहत शांतिधारा Vrahat Shantidhara
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अथ वृहत शांतिधारा Vrahat Shantidhara
ABHISEKH PAATH अभिषेकपाठ:' (आचार्य माघनंदी कृत) प्रस्तुति श्री १०५ आर्यिकारत्न पुर्णमति मातजी
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ABHISEKH PAATH अभिषेकपाठ:' (आचार्य माघनंदी कृत) प्रस्तुति श्री १०५ आर्यिकारत्न पुर्णमति मातजी
Om arham
🙏🙏🙏🙏
Jay shri Adinath!
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Vandami mataji
(Nairobi)🙏JaiJinendra 🙏Aap Sabhi ka khub khub Abhindn /Dhanyavad 🙏👌👌👌👍
Om Arham Om Shanti Sardarshahr Chennai
Vandami mataji 🙏🙏🙏
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka.
वंदामि माताजी🙏🙏🙏
Jai Jinendra! Gan Kokila Pur.namati Mataji ko, Vandami!! Stotra ke typing Me anek jagah galtya hai , shabda kuch type huye hai aur uccharan kuch ho raha hai , kripaya shudhi karave aur fir se ese viral kare. Mujh se kuch galat kaha gaya ho to KSHAMA PRARTHI HUN.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
👏🏻
Vandami mataji🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत ही सुन्दर और बहुत ही सुन्दर आवाज में सुन मन बहुत ही मस्त हो गया बंदामी माता जी ❤❤❤
👌👌🌹🏳️🌈
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
How can I get a pdf/lyrics of this Prabhu bhakti shatak and aatma bodhi shatak of purnamati mataji?
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
JI jinendra 🙏🙏
Vandami mataji
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
Cnn men men . Ki
Vandami Mataji 🙏🙏🙏
Om Arham Om Shanti Sardarshahr Chennai ❤
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka.
Vandami mataji🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu
Vandami mataji🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Vandami mataji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namostu Namostu Namostu gurudev ji 🙏🙏🙏
नमोस्तु गुरूदेव आचार्य श्री जी की जय हो श्री 1008 शांति नाथ जी की जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Super words, super voice namostu mataji
Vandami mataji
Vandami mataji🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahuth mithi Vani
Namostu bhagavan namostu
Is strotra ka path krne se, bahut hi kam samay me meri ankho ka power bahut kam ho gya h🙏🙏🙏
Om Arham Om Shanti Sardarshahr Chennai
🎉🎉👌🏻👌🏻👌🏻
Vandami Vandami Vandami Mataji ❤
वन्दना
Matham vandami guruji
Navkar mantra 35 words ka mana jata h,shuru me om lagane se sabdho ki maryada bigadti h,baki to jo h so h,jai ho maha mantra navkar ki.
गुरु मां के चरणों में कोटि कोटि वंदामि वंदामि वंदामि 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Om Arham Om Shanti Sardarshahr Chennai
😢Om Arham Om Shanti Sardarshahr Chennai
Vandami Mataji Dhanyvaad aapka. Dr Shreyansh Jammu